पुलिस के द्वारा समय-समय पर लोगों को जागरूक किया जाता है कि वह किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने फोन पर आए ओटीपी व अन्य खाते से जुड़ी जानकारी ना बताए। लेकिन फरीदाबाद की रहने वाली पूर्व प्रधानाचार्य के द्वारा फोन पर आया ओटीपी को बता दिया।
जिसके बाद आरोपियों ने पूर्व प्रधानाचार्य व उनके बेटे के द्वारा की गई करीब सात लाख की एफडी के पैसों को विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर क्राइम थाना पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार सेक्टर 21c निवासी चंद्राकिरण खुल्लर ने बताया कि उनका व उनके बेटे का एक ज्वाइंट अकाउंट सेक्टर 21c आईसीआईसीआई बैंक मैं है। उन्होंने बताया कि 19 जुलाई 2020 को उनके अकाउंट रजिस्टर मोबाइल नंबर पर 981047 3619 पर 8422002881 फिर फोन आया कि आपकी सिम बंद होने वाली है।
उसको रोकने के लिए आपके पास एक मैसेज आएगा उस मैसेज को बता देना। उन्होंने उस व्यक्ति पर विश्वास करके जो मैसेज आया था। वह उनको बता दिया । एक्चुअल में मैसेज ओटीपी था। उन आरोपियों ने ओटीपी के जरिए जॉइंट अकाउंट से बनी एफडी जो कि 653853 की थी।उनके एफ डी के पैसे एक ही दिन में 28 बार ट्रांजैक्शन करके विभिन्न बैंक व विभिन्न राज्यों के खातों में ट्रांसफर कर लिए।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बारे में उन्होंने बैंक अधिकारियों को भी अवगत कराया और बैंक अधिकारियों से यह भी पूछा गया कि एक ही दिन में जब 28 बार ट्रांजिशन की गई। तो उन्होंने अकाउंट होल्डर से फोन के जरिए क्यों नहीं कंफर्म किया कि पैसे वही निकाल रहा है या कोई ओर।
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि उनके द्वारा सेक्टर 8 पुलिस थाने में भी शिकायत दी गई थी। लेकिन 2 महीने तक सेक्टर 8 पुलिस थाने के द्वारा साइबर क्राइम डिपार्टमेंट में फॉरवर्ड नहीं की गई। जिसकी वजह से उनकी केस की पड़ताल नहीं हो पा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।