उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में भी महामारी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सभी गांव में ठीकरी पहरा लगाने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला के सभी लोगों से और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से यह अपील की गई है कि वह इस महामारी को गंभीरता से लें ताकि लोगों की कीमती जान को बचाया जा सके।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में महामारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास अस्पतालों में साधारण बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन जितने भी पॉजिटिव के मामले आ रहे हैं हम तुरंत उनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग करवा रहे हैं।
जरूरत के अनुसार सभी को घरों में दवा की किट और अगर आवश्यकता है तो अस्पताल में दाखिल भी करवा रहे हैं । उन्होंने कहा कि गांव में मंदिर व अन्य धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से और जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के प्रचार वाहन के माध्यम से भी लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सभी गांव में मुनादी करवाकर लोगों को बीमारी की गंभीरता के बारे में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव में कई लोग इकट्ठा बैठकर हुक्का पीते हैं और ताश खेलते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह ऐसा ना करें और सामूहिक रूप से इकट्ठा ना हो। उन्होंने कहा कि एक संक्रामक बीमारी है और इसका संक्रमण बड़ी तेजी से फैलता है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग से नोडल अधिकारी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की गई है और स्वास्थ्य विभाग की टीमों का गठन कर लोगों की जांच भी करवाई जा रही है। उपायुक्त ने इस दौरान सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोगों से कहा कि वह किसी भी बुखार जुकाम अथवा खांसी जैसी बीमारी को गंभीरता से लें।
अगर उन्हें कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अपनी जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि अधिकतर मरीज घर पर ही कुछ दिन दवाई लेने के पश्चात ठीक हो जाते हैं ऐसे में किसी भी तरह से घबराने की आवश्यकता नहीं है।