“एक कहानी ऐसी भी”  संक्रमित पति की सेवा करने पहुँची रूठी हुई पत्नी, लेना चाहती थी तलाक

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संक्रमण काल के बीच जहां आए दिन लोग अपनों को खो रहे हैं, और अपनों को खोने का डर भी मन में सता रहा है। ऐसे में ना जाने कितने लोग महामारी के चलते बर्बाद हो चुके और वही इस संक्रमण ने दो टूटे हुए दिलों या फिर यूं कहें अलग बहाव में जाने वालीं दो नदियों का संगम करा दिया हैं।

एक तरफ जहां संक्रमण काल में लॉक डाउन के चलते गृह कलह के चलते कई दंपति तलाक के माध्यम से अलग हो गए, तो वहीं इस संक्रमण में एक तलाक लेने वाले दंपति को मिला दिया, सुनने में अजीब लगता है ना पर यह सच है।

"एक कहानी ऐसी भी"  संक्रमित पति की सेवा करने पहुँची रूठी हुई पत्नी, लेना चाहती थी तलाक

जानकारी के मुताबिक पंडरा निवासी अभय पिछले कुछ दिन पहले संक्रमित हो गए थे। वहीं उसकी पत्नी स्वाति पिछले एक साल से मायके से तलाक का केस लड़ रही थी। जैसे ही स्वाति को उसके पति अजय के संक्रमण होने की बात पता चली तो वह अपने 4 वर्षीय बेटे को तुरंत लेकर मायके से 321 किलोमीटर का सफर तय करके अपने ससुराल पहुंची, जहां उसने अपनी पति की खूब आवभगत की।

एक वर्ष बाद अपने बेटे को देख जहां अभय के चेहरे पर खिलखिलाती हुई मुस्कान की थी, तो वहीं दूसरी ओर पत्नी को देख अचंभित पति कुछ समझ पाता इससे पहले पत्नी ने दिन रात मेहनत कर अपने पति को ठीक करने में सफलता हासिल और 10 दिन में अभय की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। मगर इस दौरान पति को ठीक करते-करते पत्नी खुद संक्रमित हो गई। मगर जिस तरह स्वाति ने अपना पति धर्म निभाया उसी तरह पति भी अपना पति धर्म निभाते हुए स्वाति की देखभाल में जुट गया है।

"एक कहानी ऐसी भी"  संक्रमित पति की सेवा करने पहुँची रूठी हुई पत्नी, लेना चाहती थी तलाक

उनके एक अभिवक्ता ने बताया कि पिछले साल स्वाति और अभय ने मामूली से विवाद को लेकर तलाक लेने का फैसला लिया था। जिसमें कहीं ना कहीं उनके अपनों की दखलअंदाजी भी शामिल थी। मगर जिस तरह संक्रमण के चलते यह दोनों करीब आए हैं, हो सकता है आने वाले समय में भी दोनों के दिल इसी तरह मिले रहे और दोनों के गिले-शिकवे दूर हो जाए।