कब्ज़े का ना हो जाए पर्दाफाश, इसलिए लोगों ने जोहड़ को साफ करने आई मशीनों को लौटाया

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दिन प्रतिदिन शहर गंदा होता जा रहा है। जिसको लेकर कई संस्थाएं आगे आ रहे हैं कि शहर को कैसे साफ किया जाए। लेकिन शहर में ऐसे कुछ लोग मौजूद हैं जो चाहते ही नहीं है कि उनकी गली व नुक्कड़ साफ हो।

क्योंकि वह बरसों से उसी गंदगी में रह रहे हैं और उनको उस गंदगी में रहना पसंद है या फिर यूं कहें उनके द्वारा  जो अतिक्रमण किया हुआ है। उस अतिक्रमण को हटाना नहीं चाहते। इसीलिए उस नाले को साफ करने आई संस्था को काम करने से पहले ही वापस लौटा दिया गया।

कब्ज़े का ना हो जाए पर्दाफाश, इसलिए लोगों ने जोहड़ को साफ करने आई मशीनों को लौटाया

ऐसा ही एक किस्सा फरीदाबाद में देखने को मिला जहां पर ग्रीन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के द्वारा शहर के विभिन्न जोहड़ को साफ करने की मुहिम शुरू की गई। ग्रीन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट फॉउंडर जगदीश चौधरी ने बताया कि उन्होंने सबसे पहला जो गांव चुना है वह गोंछी गांव है। 

गोंछी गांव में दो जोहड़ है जो एक काफी बड़ा है और एक छोटा है। छोटे जोहड़ के पास रहने वाले लोगों के द्वारा कब्जा किया हुआ है। जिसके चलते वहां पर संस्था के द्वारा जेसीबी के माध्यम से जोहड़ को साफ करवाया गया। लेकिन जब उस जोहड़ को पार्क में तब्दील करने के लिए मुहिम शुरू की गई।

कब्ज़े का ना हो जाए पर्दाफाश, इसलिए लोगों ने जोहड़ को साफ करने आई मशीनों को लौटाया

तो वहां रहने वाले लोगों ने कहा कि हमें यहां पार्क नहीं बनवाना है। इसीलिए आप यहां से चले जाओ और वहां रहने वाले लोग उसे गंदगी में रह रहे हैं। क्योंकि उनको उस गंदगी में रहना पसंद है। फॉउंडर जगदीश चौधरी ने बताया कि उसको लेकर लोगों को समझाया, लेकिन वहां रहने वाले लोग इस बात को मानने को तैयार ही नहीं है।

उन्होंने बताया कि वहां रहने वाले लोगों के द्वारा जो अतिक्रमण किया हुआ है। उसको हटाने के लिए कई बार कहा गया। लेकिन उन्होंने अतिक्रमण को नहीं हटाया। वैसे तो यह सरकारी जमीन है। जब तक सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं लेगी, तब तक उस जमीन पर कोई कार्य नहीं किया जाएगा।