गांव का गंदा पानी जा रहा है यमुना में, प्रशासन का नहीं है ध्यान

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यमुना किनारे बस से गांव से गंदा पानी सीधे यमुना में डाला जा रहा है। जिससे नदी का पानी दूषित हो रहा है। जिसको लेकर एनजीटी के आदेश अनुसार उपायुक्त यशपाल यादव ने विशेष पर्यावरण निगरानी टीम का गठन किया है। यह टीम गांवों का निरीक्षण कर पता लगाएगी कि किन गावों के लोग इस तरह का काम कर रहे हैं।

दरअसल, यमुना किनारे बसे गांव गंदा पानी यमुना नदी में डाल रहे हैं। जिससे नदी का पानी दूषित हो रहा है। इस संबंध में उपायुक्त ने निगरानी टीम का गठन किया है।

गांव का गंदा पानी जा रहा है यमुना में, प्रशासन का नहीं है ध्यान

यह टीम गांव का निरीक्षण कर पता लगा रही है कि किस गांव के लोग इस तरह के कार्य कर रहे हैं। इस टीम ने शुक्रवार को छायंसा के आसपास स्थित गांवों का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया। टीम ने शुक्रवार को यमुना नदी के किनारे बसे गांवों में भी चेकिंग अभियान चलाया।

चेकिंग अभियान में देखा जा रहा है कि यमुना नदी में कहां-कहां पर गांव से निकलने वाला गंदा पानी सीधे यमुना नदी में डाला जा रहा है।

गांव का गंदा पानी जा रहा है यमुना में, प्रशासन का नहीं है ध्यान

टीम का नेतृत्व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ ओमवीर सिंह कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जांच के दौरान पाया गया है कि छायंसा के घरों से निकलने वाला पानी सीधा यमुना में डाला जा रहा है।

इसके लिए ग्राम पंचायत और ग्रामीणों को निर्देश दिए गए हैं कि इस पानी को तुरंत रोका जाए। पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों के पास भेजी जाएगी। उसके बाद ही समस्या का स्थाई समाधान निकाला जा सकेगा।