हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। दुनिया में लगातार जनसंख्या बढ़ते जा रही है, जिस वजह से इस दिवस को मनाने की आवश्यकता पड़ी। इसी तरह अगर जनसंख्या बढ़ते रही तो दुनिया में बहुत बड़ा संकट आ सकता है।
लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति सचेत करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी तैयारी शुरू कर दी गई है। डिप्टी सीएमओ डॉ राम भगत ने बताया कि जिले में विश्व जनसंख्या पखवाड़ा दो चरणों में मनाया जाएगा।
इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है । दो चरणों में चलने वाले कार्यक्रम में विविध गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। दंपत्ति संपर्क के साथ जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का पहला चरण रविवार से शुरू कर दिया गया है। दूसरे चरण में सेवा प्रदायगी पखवाड़ा मनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े के तहत कोरोना प्रोटोकॉल का पालन तथा मॉस्क व सेनेटाइजर का प्रयोग करते हुए परिवार नियोजन के संबंध में सघन प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया गया है। प्रचार-प्रसार के दौरान दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतराल, परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, प्रसव उपरांत परिवार नियोजन आदि विषयों पर व्यापक रूप से बल दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि से लेकर 24 जुलाई तक वर्ल्ड पापुलेशन डे माह मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 27 जून से लेकर 10 जुलाई तक दंपत्ति संपर्क पखवाड़े के रूप में मनाएंगे। इसमें आशा वर्कर और एएनएम घर-घर जाकर दंपत्ति को जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जागरूक करेगी। आशा कार्यकर्ताओं को यह भी निर्देश दिये गये हैं कि वह महिलाओं को पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी तथा त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन लगवाने के लिए भी प्रेरित करें।
विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता फैलाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें सोशल मीडिया, विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों व सभाओं का संचालन, प्रतियोगिताओं का आयोजन, रोड शो, नुक्कड़ नाटक अन्य कई तरीके शामिल हैं।
लेकिन इन सभी का उद्देश्य एक ही है, जनसंख्या वृद्धि के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालना और इसके प्रति लोगों को जागरूक करना। डॉ राम भगत ने बताया कि 27 जून से लेकर 10 जुलाई तक लोगों का पंजीकरण किया जाएगा।
जिसमें पुरूष व महिला नसबंदी का पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण होने के बाद 11 जुलाई से लेकर 24 जुलाई तक उनके ऑपरेशन किए जाएंगे। इस पखवाड़े के तहत सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर परिवार नियोजन के सभी गर्भ निरोधक साधनों की नि:शुल्क उपलब्धता बनायी रखी जाएगी।