आप कहां से आते हैं यह बात ज़रा भी मायने नहीं रखती है। यूपीएससी की परीक्षा पास करना हर किसी का सपना होता है। युवाओं का यह सपना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन नामुमकिन नहीं। यूपीएससी में यह कहना बहुत मुश्किल है कि आप कितने प्रयासों में यहां सफलता प्राप्त कर सकते हैं। कई लोगों की रणनीति कारगर होती और वह पहली प्रयास में आईएएस बन जाते हैं, जबकि कुछ लोगों को इसके लिए लंबा वक्त लगता है।
यूपीएससी में सफल कैंडिडेट्स की कहानियां अक्सर आपने सुनी होंगी। यह कहानियां नई ऊर्जा भर देती है। आपको आईएएस बनने वाले प्रदीप कुमार की कहानी बताएंगे, जिन्होंने दो बार यूपीएससी परीक्षा देने का प्लान बनाया था। लेकिन उनका सपना दो बार में पूरा नहीं हुआ। ऐसे में उन्हें तीसरा प्रयास करना पड़ा और इस बार उन्हें सफलता मिल गई।
सफलता की कहानियां लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं।बिना मेहनत के इसमें कुछ हासिल नहीं होता है। प्रदीप बुंदेलखंड के गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता किसान और माता ग्रहणी हैं। उन्होंने बचपन से ही काफी संघर्ष किया और इंटरमीडिएट के बाद इंजीनियरिंग करने का फैसला किया।
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं। यूपीएससी में बेहतर रणनीति बनाकर कड़ी मेहनत करनी होती है। उन्होंने भोपाल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की, जिसके बाद उनकी मध्य प्रदेश विद्युत विभाग में सरकारी नौकरी लग गई। कुछ साल तक नौकरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी में आने का फैसला किया। उन्होंने फैसला किया था कि वह सिर्फ दो बार यूपीएससी की परीक्षा देंगे। अगर इसमें सफल नहीं हुए तो वापस नौकरी करेंगे। हालांकि उन्हें सफलता तीसरे प्रयास में मिली।
यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास करने वाले ही देश के नौकरशाह बन पाते हैं। हर युवा का यह सपना होता है। प्रदीप का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी के लिए सबसे पहले आप यूपीएससी की वेबसाइट पर जाकर सिलेबस देखें। यहां आपको परीक्षा के पैटर्न के बारे में भी पूरी जानकारी मिल जाएगी। आप इन दोनों को अच्छी तरह अपने दिमाग में बैठा ले और इसके हिसाब से अपना स्टडी मैटेरियल तैयार कर कड़ी मेहनत शुरू कर दें।