जेसीबी और वीनस कंपनी कर्मचारियों की लड़ाई में डटकर खड़े है विधायक

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जेसीबी और वीनस कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों की लड़ाई अब मानवाधिकार आयोग में लड़ी जाएगी। विधायक नीरज शर्मा की शिकायत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामला दर्ज कर लिया है।

सेक्टर 58 में जेसीबी कंपनी के गेट पर आयोजित राम कथा के दौरान गुरुवार को यह जानकारी श्री शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि मजदूरों का कंपनियों से निकाला जाना पूरी तरह गैरकानूनी है और श्रम कानूनों का सीधा सीधा उल्लंघन है।

जेसीबी और वीनस कंपनी कर्मचारियों की लड़ाई में डटकर खड़े है विधायक

विधायक शर्मा ने विनस कंपनी से निकाले गए उन मजदूरों के बारे में भी चर्चा की जिनके अंग भंग हो गए हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की इस आपदा के दौरान एक नारा दिया है आपदा को अवसर बनाएं लेकिन इसका अर्थ फरीदाबाद की है

कंपनियां नकारात्मक रूप में लेते हुए अपने कर्मचारियों की छटनी कर रही हैं। जबकि इन कंपनियों के पास पहले ही की तरह आर्डर मौजूद हैं उन जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनियां नई भर्तियां कर रही हैं लेकिन पुराने कर्मचारियों को निकाल रही हैं। यह वह कर्मचारी हैं

जेसीबी और वीनस कंपनी कर्मचारियों की लड़ाई में डटकर खड़े है विधायक

जिन्होंने करोना काल में इन कंपनियों के उत्पादन को ठप नहीं होने दिया। इन कर्मचारियों की छंटनी को गैर कानूनी और अमानवीय बताते हुए नीरज शर्मा ने रामकथा के रूप में एक बड़े आंदोलन की शुरुआत की है।

सरकार के सभी मंचों पर मुख्यमंत्री राज्यपाल मानवाधिकार आयोग राज्य मानवाधिकार आयोग लेबर कमिश्नर आदि को श्री शर्मा ने इस ज्यादती के खिलाफ ज्ञापन सौंपे हैं।


गौरतलब है कि यह आंदोलन आज अपने 24 वे दिन में प्रवेश कर गया। अब तक यहां कुल 20 दिन राम कथा का आयोजन किया जा चुका है।

इस अवसर पर संतोष चोपड़ा, राजकुमार कैशिक,अनीश पाल , संदीप कुमार,जितेंद्र कौशिक,सुभाष पांचाल,श्रीवत्सव आदि उपस्थित रहे।