बहुत दिनों से चर्चित जमुना को लेकर अलग-अलग विचार सामने आ रहे थे। बताया जा रहा है कि यमुना के पानी मैं बड़ा जाने से आस-पास के गांव में बुरा हाल हो सकता है। वही आशंका लगाई जा रही थी कि यमुना नदी में भी बाढ़ आ सकता है।
परंतु यही बात अब सत्य प्रतीत हो रही है। दरअसल आपको बता दें कि पिछले 4 दिनों से लगातार हो रहे वर्षा के चलते यमुना में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई
जिसके कारण हथिनी कुंड से पानी को छोड़ा गया और इस पानी के छोड़ने पर आशंका जताई जा रही थी कि इससे यमुना में बाढ़ आ सकता है परंतु यह बात सत्य साबित हो गया।
जानकारी के लिए बता दें कि बृहस्पतिवार को यह बात की जा रही थी कि यमुना में इस पानी को छोड़ने से बाढ़ आ सकता है परंतु यमुना में वाकई बाढ़ आ गया और इस नदी के किनारे जितने भी खेत हैं और उसके अंदर जितनी भी फसल लगी हुई थी ।
वह सभी बर्बाद हो गई जानकारी के लिए बता दें कि यमुना के किनारे करीब 100 एकड़ लगे फसलों को नुकसान हुआ है। जानकारी के लिए बता दे क्यों फरीदाबाद के लालपुर महावतपुर आदि गांव के फसलों की स्थिति बहुत खराब हो गई और फसलें बर्बाद हो गई।
जानकारी के लिए बता दें कि यमुना में हथिनी कुंड बैराज से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जिसके कारण फरीदाबाद में जलस्तर बढ़ता चला गया और खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया।
यह पानी खेतों में जाकर फसलों को बर्बाद भी करने लगा जिससे खेतों में लगी 100 एकड़ फसलों का नुकसान हो गया और फसलों में अधिकतर सब्जियों की भी फसलें थी जो कि बिल्कुल बर्बाद हो गई।
किसानों की इतनी बड़ी हानि होने पर किसान बहुत दुखी दिखाई दिए इसके अलावा गांव वाले भी बेहद परेशान है गांव वालों का आरोप है कि इतने बड़े नुकसान होने के बाद भी प्रशासन ने उस गांव पर ध्यान नहीं दिया कोई भी अधिकारी या कोई भी नेता वहां का जायजा लेने के लिए वह किसानों का हाल जानने उनके गांव नहीं पहुंचा।