इस साल का स्वतंत्रता दिवस भी आ गया है, लेकिन इस बार भी अमृत सरोवर योजना के तहत बनने वाले तालाब अभी तक तैयार नहीं हुए हैं। दरअसल मुख्यमंत्री खट्टर ने
अमृत सरोवर योजना के तहत शहर के मृत तालाबों को 15 अगस्त 2023 तक जीवित करने का ज़िम्मा उठाया था। अब 15 अगस्त भी आ गया, लेकिन अभी तक तालाब का कार्य आधा अधूरा है।
बता दें कि इन तालाबों का केवल 50 से 60 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है। क्योंकि अभी तक इन तालाबों के आसपास न तो घूमने के लिए पक्के ट्रेक बने हैं और न ही पक्के घाट बने हैं। इसके साथ ही न ही इन तालाबों के पास बैठने के लिए पत्थर के बैंच लगे हैं और न ही हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगे हैं। फिलहाल इन तालाबों की खुदाई मात्र ही हुईं हैं।
इस आधे अधूरे काम पर पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता गजेंद्र सिंह का कहना है कि, पिछले दिनों में हुई वर्षा से काम प्रभावित हुआ है। लेकीन अब मौसम ठीक है, इसलिए अब जल्द ही तालाबों के अधूरे पड़े हुए कामों को शुरू किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि साल 2022 में अमृत सरोवर योजना के तहत केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक राजेश नागर, विधायक सीमा त्रिखा, विधायक नीरज शर्मा और तत्कालीन मंडल आयुक्त संजय जून ने 1 मई को अटाली, गढ़खेड़ा, तिगांव, मोहला, धौज, पाली और भनकपुर में नारियल फोड़ कर तालाबों के निर्माण का शुभारंभ किया था।