कोरोना वायरस के कहर से लगे लॉक डाउन में 4 मई से कुछ हद तक राहत देने का फ़ैसला लिया है। लेकिन इन फैसलों में शिक्षण संस्थानों को अभी भी पाबंदी है। लेकिन उक्त विषय को लेकर मंजूरी कब मिलेंगी यह अटकलें सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ कई स्तर पर हुई बैठक के बाद स्पष्ट हो गया है। जिसमें यह फ़ैसला लिया गया है कि नए सत्र 2020-2021 की शुरुआत एक अगस्त से होगी।
द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. पूजा खुल्लर के अनुसार, काफी समय से उच्च शिक्षा अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद अब सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को आगामी सत्र को लेकर फाइनल शीट दे दी गई है। इस शीट के आधार पर आगे कार्य किए जाएंगे। आगामी सत्र में द्वितीय और तृतीय वर्ष की कक्षाओं की शुरुआत एक अगस्त से होगी।
प्रथम वर्ष की कक्षाओं की शुरुआत एक सितंबर से शुरू होगी। वहीं पहले सेमेस्टर की परीक्षाएं एक जनवरी 2021 से 15 जनवरी 2021 तक ली जाएंगी। दूसरे सेमेस्टर की कक्षाएं 27 जनवरी से 25 मई तक लगेंगी और इनकी परीक्षाएं 26 मई से 25 जून 2021 तक ली जाएंगी। गर्मी की छुट्टियां एक जुलाई से 30 जुलाई तक होंगी। लॉकडाउन के चलते 16 मार्च से वर्तमान सत्र की कक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं।
उच्चतर शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार 21 मई तक ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसके बाद नए सत्र से पहले सेमेस्टर की कक्षाएं चार माह की होंगी, तीसरे और पांचवे सेमेस्टर की कक्षाएं आगामी सेमेस्टर में पांच माह के लिए लगाई जाएंगी। इसमें सरकारी छुट्टियों में भी कटौती की जाएगी ताकि अधिक से अधिक समय विद्यार्थियों की कक्षाओं को दिया जा सके।
इस बात से एक तरफ यह तो स्पष्ट हो जाता है कि भले ही कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण नहीं रख गया तो देश के भविष्य यानि युवाओं की शिक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अगर शिक्षण संस्थानों को खोलने की इजाजत नहीं मिली तो छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लासेज जारी रहेंगी।