बदरंग पड़ी अरावली की वादियां एक बार फिर होगी गुलजार, लगाए जाएंगे इतने बीज

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पर्यावरण को स्वच्छ रखने की मुहिम में जुटी सेव अरावली की टीम एक और सराहनीय पहल कर रही है। अब अरावली में मूल प्रजाति वाले करीब डेढ़ लाख बीज बोने की योजना सेव अरावली की तरफ से बनाई जा रही है।

दरअसल, इन दिनों औद्योगिक नगरी का वातावरण काफी प्रदूषित हो चुका है। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद पूरे देश में प्रदूषित शहरों में शुमार हो गया है। इसी के मद्देनजर सेव अरावली अरावली में डेढ़ लाख बीज बोने की योजना बना रही है। बीज राजस्थान से मंगाए गए हैं क्योंकि वहां भी अरावली पर्वत है। मूल प्रजाति के बीज रोकने का मतलब है इसे पनपने में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी और यह जल्द ही जमीन में जड़े जमा लेते हैं। इसी महीने से बीजों को बोने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए सेव अरावली की ओर से एक टीम तैयार की जा रही है जो इस मुहिम को सफल बनाने में अपना योगदान दे सके।

बदरंग पड़ी अरावली की वादियां एक बार फिर होगी गुलजार, लगाए जाएंगे इतने बीज

सेव अरावली संस्था से जुड़े हुए लोगों ने बताया कि पाली पुलिस चौकी के पास करीब सात-आठ एकड़ जमीन को उन्होंने पौधारोपण के लिए चुना है। इस जमीन पर वन विभाग की अनुमति से जंगल विकसित किया जा रहा है। यहां करीब 5000 पौधे भी ऊपर जा चुके हैं। अब डेढ़ लाख बीज भी इसी जगह पर बोए जाएंगे। यहां मुख्य रूप से ढाक, रौंज, देसी कीकर, पापड़ी, आंवला अमलतास सहित अन्य बीज बोए जाएंगे।

आपको बता दें कि सेव अरावली संस्था द्वारा यह काम चंदा इकट्ठा करके किया जाएगा। इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। एक मैसेज पर सभी सदस्य इच्छा अनुसार चंदा देते हैं, जिससे सभी प्रकार के काम किए जाते हैं। राजस्थान से बीज लाने के लिए कुल चालीस हजार रुपए का खर्चा आया। 3 साल तक पौधों की देखरेख भी की जाएगी। नियमित रूप से पौधों को पानी भी दिया जाता है। इसके लिए माली भी रखे गए हैं।

बदरंग पड़ी अरावली की वादियां एक बार फिर होगी गुलजार, लगाए जाएंगे इतने बीज

आपको बता दें कि सेव अरावली संस्था औद्योगिक नगरी के प्रदूषण को कम करने के लिए काफी सराहनीय काम कर रही है। सेव अरावली संस्था की ओर से अरावली से लेकर शहर के कई हिस्सों में जंगल भी विकसित किए गए हैं वही ग्रीन बेल्ट को भी संवारा जा रहा है।