सड़क पर वाहन चलाते वक्त कई बार आपको ऐसा लगा होगा कि कोई व्यक्ति आपको पीछे से आवाज दे रहा है। जिसके चलते आप अपने वाहन को रोक लेते हैं । इसी हथकंडे को अपनाते हुए अपराधिक वारदात को अंजाम दे रहा है।
इस डीसीपी हेडक्वार्टर द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डीसीपी हेडक्वार्टर डॉक्टर अर्पित जैन द्वारा 21 फरवरी को ट्विटर पर एक ट्वीट किया है। जिसमे उनके द्वारा एक महत्वपूर्ण सूचना दी है।
कि हाईवे पर यात्रा करते समय आपके पीछे वाहन से कोई व्यक्ति मोबाइल पर आपके वाहन की संख्या को ऐप पर खोज कर आपका नाम पता करता है। फिर वह उसी नाम से पुकारता है और कार साइड में रोकने व पार्क करने के लिए कहता है।
आप सोचते हैं कि हमें अपने नाम से बुलाना वाला कोई अनजान व्यक्ति नहीं है। वह कोई आपका जानकर ही होगा और आप अपने वाहन को रोक देते है । लेकिन आपको पता नही होता कि आप किसी अपराधिक घटना का शिकार होने वाले है। जिसके बाद आप के साथ कोई क्राइम हो जाता है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें ?? pic.twitter.com/WbuYwRhsI0
— Dr. Arpit Jain IPS (@dr_arpit_jain) February 20, 2021
अब आपको इस तरह की ट्रिक से बचना होगा। क्योंकि इस तरह के ट्रिक से आपके साथ किसी प्रकार की कोई भी घटना हो सकती है।
डीसीपी हेडक्वार्टर डॉक्टर अर्पित जैन का कहना है कि सावधान और सतर्क रहें और अपने वाहनों को कभी भी ना रोके। अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए लॉकडाउन के चलते लूटपाट व अन्य क्राइम को अंजाम देने के लिए यह नए तरीका लांच किया गया है। इसको लेकर डीसीपी हेडक्वार्टर द्वारा ट्विटर पर ट्वीट करके लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
डीसीबी हेड क्वार्टर डॉक्टर अर्पित जैन द्वारा ट्विटर पर ट्वीट करके लिखा गया है की सतर्क रहें सावधान रहें। महामारी के दौरान आरोपियों के द्वारा क्राइम को अंजाम देने के लिए इस तरह की ट्रिक का इस्तेमाल किया गया है। जिसकी वजह से कई क्राइम जिले में घटित हुई है।
उनका कहना है कि अगर वाहन चलाते वक्त कोई आपको पीछे से आवाज लगाता है और आपको लगता है कि वह आपका जानकार है तो पूरी सावधानी और सतर्कता भरते।
जिससे कि आपके साथ होने वाली घटना से पहले ही आप सक्रिय हो जाए और आपके साथ घटित होने वाली घटना को आप आसानी से रोक सकते हैं। इसके लिए आपको अपने साथ-साथ अपने परिजनों व आसपास रहने वाले लोगों को भी जागरूक करना चाहिए। ताकि वह इस तरह के ट्रिक का शिकार ना हो सके