नया साल फिरसे नई उम्मीदें लेकर आया है। उम्मीदें सिर्फ किसी एक क्षेत्र में नहीं बल्कि सभी क्षेत्रों में। दरअसल, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने आज PSLV-C51 के माध्यम से 19 उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे हैं। सभी को इस से काफी आशाएं हैं। यह आशाएं लोगों में एक ऊर्जा लेकर आ रही हैं। इन उपग्रहों में ब्राजील का अमेजोनिया-1 उपग्रह भी शामिल है।
नए साल में इस उपग्रह से काफी उम्मीदें लोगों में जगी है। अंतरिक्ष में लगातार भारत काफी उपलब्धियां हासिल कर रहा है। इसरो ने इस मिशन के तहत पहली बार व्यावसायिक सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजा है।
यह मिशन देश के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस मिशन पर हर भारतीय की निगाहें हैं। इन सैटेलाइट्स में से एक सैटेलाइट स्पेस किड्ज इंडिया ने तैयार की है। इसरो का पूरा नाम काफी लोगों को नहीं पता होता है इसका पूरा नाम है भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन। साल 2021 में इसरो का यह पहला अंतरिक्ष मिशन है।
इसरो का गठन 15 अगस्त, 1969 को हुआ था। तभी से लेकर अभी तक इसरो काफी कुछ हासिल कर चुका है। यह जो उपग्रह हैं इसे अंतरिक्ष में अपने गन्तव्य स्थान तक पहुंचने में 1 घंटा, 55 मिनट और 7 सेकेंड का समय लगेगा। इन उपग्रहों के अंतरिक्ष में पहुंचने से अंतरिक्ष में इसरो के कुल उपग्रहों की संख्या 342 हो जाएगी।
हर देश अनेकों खोज करता है। लेकिन अंतरिक्ष में मकी हुई खोजों का अपना अलग ही महत्व है। इसका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का विकास तथा विभिन्न राष्ट्रीय आवश्यकताओं में उनका उपयोग करना है।