भारत में कोई इंसान भूखा न रहे सभी को खाना मिले, कोई असुविधा न हो इसके लिए सरकार हज़ारों योजनाएं चला रही है। इसी में एक है बीपीएल कार्ड। अब हरियाणा में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे परिवारों के राशन कार्ड बनाने पर प्रदेश सरकार ने फिलहाल रोक लगा दी है। परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनाने का काम पूरा होने के बाद ही नए BPL कार्ड बनाए जाएंगे।
गरीबी भारत की बड़ी समस्या है। करोड़ों लोग गरीबी में जी रहे हैं। इनका जीवन सुधारने के लिए इन योजनाओं को लाया जाता है। पीपीपी की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया होने के बाद ही यह तय होगा कि प्रदेश में कितने परिवार BPL श्रेणी में शामिल रहेंगे और कितने कटेंगे।
काफी लोग गरीबों के हक का राशन डकार जाते हैं। नकली कार्ड बनवा कर बहुत लोग ऐश में जी रहे हैं। प्रदेश में परिवार पहचान पत्र बनाने का काम तेजी से चल रहा है। पीपीपी के डाटा के हिसाब से सरकार खुद ही ऐसे परिवारों को चिह्नित कर उनके BPL कार्ड तैयार करेगी। BPL परिवारों के लिए तय नियमों में पहले ही बदलाव किया जा चुका है।
यदि आपकी सालाना आय 1 लाख 80 हजार है तो आपका बीपीएल कार्ड बन सकता है। गरीबों को पता भी नहीं होता है कि यह कार्ड बनता कैसे है। प्रदेश में पहले एक लाख 20 हजार रुपये तक सालाना आय वाले परिवारों को BPL कैटेगरी में शामिल किया जाता था। इस दायरे को बढ़ाते हुए एक लाख 80 हजार रुपये कर दिया गया है।
सरकार गरीबों के लिए योजनाएं तो खूब लेकर आती है लेकिन उन तक पहुंच नहीं पाती। बीच में बैठे लोग गरीबों का हक मार लेते हैं। सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ा कानून बनाना चाहिए।