कहते हैं रक्तदान महादान है। अगर हम किसी को अपना खून दान में देते हैं तो यह एक सामाजिक कार्य माना जाता है परंतु इन दिनों जिले में खून बेचने की घटनाएं सामने आ रही है जिस पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा विधानसभा के चिकित्सा और शिक्षा विषय समिति ने सरकार से कार्यवाही की सिफारिश की है।
दरअसल, बीते कुछ दिनों से जिले के रक्तदान शिविर आयोजित करने वाले सामाजिक संगठन शक के घेरे में है। सामाजिक संगठनों द्वारा समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में अधिकारियों को पता चला कि कुछ संगठनों द्वारा शिविरों के दौरान निजी क्षेत्र के अस्पतालों को ब्लड बेचा जा रहा है। इसके अलावा कई जगहों पर कैंप में एकत्र होने वाले खून को सीधे भी लोगों को दिया जा रहा है।
यह मामला बड़खल विधायिका सीमा त्रिखा की अध्यक्षता वाली विधानसभा के चिकित्सा और शिक्षा विषय समिति के संज्ञान में आया। समिति ने इस मामले की अपने स्तर पर जांच की। कमेटी ने तथ्य जुटाने के बाद विधानसभा स्पीकर को रिपोर्ट भेजी है और कहा है कि हरियाणा में ब्लड की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है।
समिति ने स्वास्थ्य विभाग से मामले की जांच करवाने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करने की सिफारिश भी की है। समिति ने कहा है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लें। इस तरह की घटनाओं से रक्तदान जैसे धर्मार्थ कार्यों को समाज में धक्का लग रहा है।
इस विषय में स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि विधानसभा की समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है जिसका अध्ययन करके न केवल कार्यवाही की जा रही है बल्कि सरकार को भी इन सिफारिशों के बारे में अवगत कराया जा रहा है। कुछ कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर भी की जाएगी इसलिए संबंधित विभागाध्यक्ष को भी सूचित कर दिया गया है।