कोविद19 का संक्रमण एक साल बाद इतनी तेजी से रफ्तार पकड़ते हुए लोगों को अपनी जद में ले रहा है इसका अंदाजा दिन प्रतिदिन बढ़ते हुए सैकड़ों आंकड़ों के साथ लगाया जा सकता है। उधर, अब हरियाणा सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू का एलान कर दिया है।
जिसके चलते लोगों के मन में संशय आने लगा है कि एक बार फिर कहीं लॉकडाउन जैसी स्थिति ना पनप उठे। इसलिए अधिकांश श्रमिक एक बार फिर अपने निवास की और पलायन कर रहे हैं।
ऐसे में श्रमिकों को रोकने के लिए हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने उनसे अपील करते हुए कहा है कि वह अपने घर वापसी के विचार को बदल दें, क्योंकि केवल सख्ती बरतकर ही इस संक्रमण से निस्तारण का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन किसी भी सूरत में नहीं लगाया जाएगा इसलिए श्रमिक कहीं ना जाए। उन्होंने कहा कि इसमें प्रदेश की जनता का सहयोग अपेक्षित है। यदि कोई सहयोग नहीं करेगा तो उसे इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
दरअसल, चंडीगढ़ में मी़डिया कर्मियों से सवाल जवाब करते हुए विज ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में कोरोना से बचाव हेतु हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं। यहां तक कि वैक्सीन की भी कहीं कोई कमी नहीं है।
बावजूद इसके यद्यपि कोई इस तरह की अफवाह को बढ़ावा दे रहा है कि वैक्सीन की कमी है तो वह गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसे में जरूर है कि लोग इस तरह की अफवाहों पर कतई भरोसा ना करें।
उन्होंने कहा कि यह बात भी जुठलाई भी का सकती कीबाकी राज्यों की तरह हरियाणा में भी कोरोना तेजी के साथ फैल रहा है। फिर भी हम लाकडाउन लगाकर अर्थव्यवस्था को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते।उन्होंने कहा कि इससे लोगों के काम धंधे और रोजगार बंद हो जाएंगे।
उद्योगों के बंद होने का असर पूरी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। मजदूरों में असुरक्षा की भावना पैदा हो जाएगी। इसलिए सरकार ने सोच समझकर ही नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। इस दौरान अंतरराज्यीय परिवहन सेवाएं जारी रहेंगी।
उद्योगों में नाइट शिफ्ट में काम करने वाले मजदूर और कर्मचारी रात में कर्फ्यू लागू होने से पहले फैक्ट्री में प्रवेश कर लें और रात भर काम करें। सुबह को पांच बजे के बाद ही ड्यूटी खत्म कर बाहर निकलें। इसलिए किसी भी मजदूर या कर्मचारी को न तो डरने की जरूरत है और न ही यहां से जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 11 से 14 अप्रैल तक टीकाकरण उत्सव मना रही है। इस अवधि में 10 लाख लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य है, जो बुधवार को पूरा हो जाएगा। अप्रैल माह के अंत तक कुल 35 लाख लोगों को टीके लग चुके होंगे।
राज्य में 45 साल की उम्र से अधिक लोगों की संख्या करीब 60 लाख है। मई माह के अंत तक इन सभी को टीके लगा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आमजन को घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है क्योंकि प्रदेश में किसी के साथ भी कोई अनहोनी घटित नहीं होने दी जाएगी हर मुमकिन प्रयास किए जाएंगे ताकि कोरोना को मात दी जा सकें।