इस समय प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में भी त्राहिमाम मचा हुआ है। हर तरफ चिंता और चिता दिखाई दे रही है। महामारी से मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। प्रदेश सरकार महामारी के गंभीर मरीजों के साथ मौतों का सच भी छिपाती दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में मंगलवार को महामारी के कारण 41 मौतें बताई गईं। जबकि सभी जिलों की श्मशान घाटों का आकड़ा देखा जाये तो महामारी प्रोटोकॉल से 115 दाह संस्कार हुए हैं।
स्थिति काफी डराने वाली बनी हुई है। कोई भी ऐसा राज्य नहीं जहां मामले कम हो रहे हों। इन आकड़ों के हिसाब से फरीदाबाद में सर्वाधिक 29 दाह संस्कार हुए, पर रिपोर्ट में सिर्फ 5 मौतें दिखाईं।
महामारी के बढ़ते प्रकोप ने फिरसे दुनिया की रफ़्तार थाम दी है। हर तरफ चिंता का माहौल है। पॉजिटिविटी रेट बढ़ने के कारण गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में महामारी के बुखार, खांसी व जुकाम जैसे लक्षणों वाले मरीजों का टेस्ट करना होगा। पानीपत में 500 से 1000 बेड का कोविड अस्पताल बनाने के लिए डीआरडीओ से बात की है। इसका उपयोग इमरजेंसी में होगा।
लगातार बढ़ते मामलों ने हमारी लापरवाही को उजागर किया है। लगातार बढ़ते मामलों से देश समय विदेश में फिरसे लॉकडाउन लगाने की स्थिति बन रही है। वायरस का संक्रमण बेहद तेजी से फैल रहा है। मौतों का ग्राफ भी ऊंचा है, इस कारण आम आदमी में दहशत है। महामारी का स्वरूप बड़ा होता जा रहा है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति खुद को बचाना चाहता है।
जनता महामारी के प्रकोप से बचने के लिए तरह-तरह के तरीकों को अपनाने के लिए तैयार है। लेकिन मास्क लोगों से नहीं लगाया जा रहा है। स्थिति हर तरफ भयावह है।