महामारी काल में जब सभी महामारी से बचाव और सरकार के दिशा-निर्देशों की लोग अनुपालना कर रहे हैं। लोग सुरक्षा की दृष्टि से अपने घरों में बैठे हैं। इस समय डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना दिन रात कोरोना बीमारी से पीड़ित मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं।
मरीजों की जान बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। सभी को पता है कि बीमारी की चपेट में आने के बाद इतनी गंभीर परिस्थितियों खड़ी हो जाती हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर नर्स व अन्य कर्मचारी समाज के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
इसी कड़ी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेड़ी कला में तैनात एसएमओ डॉक्टर हरजिंदर सिंह के नेतृत्व में कार्यरत डॉ राखी, स्टाफ नर्स सविता, सरला, पूनम, अनीता, मनीषा अन्य सभी कर्मचारी सेवा के प्रति समर्पित है। डॉ राखी अपना विशेष योगदान दे रही हैं।
वह लगातार कोरोना मरीजों की सेवा महामारी वार्ड में लगातार ड्यूटी कर रही है। वह अपने कर्तव्य के प्रति इतनी कर्मठशील है की उन्होंने कभी दिन या रात में ड्यूटी करने से कभी गुरेज नहीं किया जब भी मरीजों को उनकी सेवा की जरूरत होती है।
वह अपना घर का सारा काम छोड़कर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेड़ी कला पहुंच जाती है। इस महामारी में खेड़ी कला के निवासी और आसपास के सोसाइटी के लोग उनकी कार्यशैली से बहुत प्रभावित हैं।
डॉ राखी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत भी और त्याग की एक मूर्ति भी है।उनकी शादी इसी महीने की 14 तारीख को होनी थी लेकिन कोरोना में जिस प्रकार मरीजों को परेशानियां उठानी पड़ रही है उनकी जान पर बन आई है।
इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुए डॉ राखी ने अपनी शादी को भी फिलहाल कुछ महीनों के लिए टाल दिया है। और मरीजों की जान बचाने में अपना सर्वोच्च योगदान दे रही हैं। इनकी इसी भावना को देखकर यहां कार्यरत अन्य डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ नर्स भी उन्हीं की तरह कार्य करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
आज के समय में वैसे तो सभी डॉक्टर अपनी जान की परवाह करें बिना देश को बचाने में लगे हुए हैं। परंतु डॉ राखी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेड़ी कला को ही अब अपना घर बना लिया है। और यहां आने वाले मरीजों को ही अपना परिवार समझदार की सेवाएं दे रही हैं।