किसी भी इंसान को सफलता के लिए कड़ी मेहनत के साथ सबकुछ हासिल करने की राह पर निकलना पड़ता है। यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले तमाम कैंडिडेट्स की कहानी काफी प्रेरणादायक होती है। अगर आप जिंदगी में कुछ करने की ठान लें, तो आप तमाम परेशानियों के बावजूद अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
आपको एकाग्रता के साथ लक्ष्य तक पहुंचना होता है। ऐसी ही कहानी आज आपको हम बताएंगे। यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2019 में ऑल इंडिया रैंक 429 हासिल करने वाले अंकुश कोठारी की ऐसी ही है कहानी, जो बेहद प्रेरणादायक है। उन्होंने बचपन से लेकर यूपीएससी की तैयारी करने तक काफी मुसीबतों का सामना किया, लेकिन अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की।
उनका सिविल सर्विस का सपना तीसरे प्रयास में पूरा हो गया। एकाग्रता से ही विजय मिलती है। हमें इस बात को समझना होगा। अंकुश बहुत छोटे थे, जब उनके माता-पिता अलग हो गए। ऐसे में उनका पालन पोषण उनकी मां ने किया। उनकी मां एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थीं और अंकुश का ख्याल भी रखती थीं। तमाम जिम्मेदारियों के बीच उन्होंने अंकुश को अच्छी शिक्षा दिलाई।
आपका हौसला बुलंद होना चाहिए मुकाम तो मिल ही जाता है। इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए। इसी बात को चरितार्थ करती है इनकी कहानी। अंकुश ने बचपन में कई परेशानियों का सामना किया और कई बार आर्थिक तंगी भी देखी। हालांकि अंकुश पढ़ाई में काफी होशियार थे। इंटरमीडिएट पास करने के बाद उन्होंने घर पर रहकर आईआईटी के एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी की और पहले प्रयास में परीक्षा पास भी कर ली।
यदि आप सफलता चाहते हैं तो इसे अपना लक्ष्य ना बनाइये, सिर्फ वो करिए जो करना आपको अच्छा लगता है जब हम ऐसा करते हैं तो सबकुछ हासिल हो जाता है। अंकुश इसी को चरितार्थ करते हैं।