मेहनत के साथ – साथ आपकी प्लानिंग भी बहुत महत्व रखती है। संघर्ष तो सभी के जीवन में आता है बस इससे पार होना पड़ता है। यूपीएससी में कई लोग असफलताओं से निराश होकर अपना सफर खत्म कर देते हैं, लेकिन जो लोग खुद को सकारात्मक रखकर उम्मीद नहीं छोड़ते, वे यहां सफलता जरूर प्राप्त कर लेते हैं। आज आपको साल 2019 में सिविल सर्विस परीक्षा पास कर आईएएस बनने वाले सौरभ पांडे के सफर के बारे में बताएंगे।
बिना प्लानिंग के चीज़ें ठीक से नहीं हो पाती हैं। आपको प्लान करना पड़ता है। सौरव को यह सफलता छठवें प्रयास में मिली। एक बार तो उन्होंने असफलताओं से निराश होकर तैयारी छोड़ने का मन बनाया, लेकिन परिवार और दोस्तों के सपोर्ट से वे फिर उठकर खड़े हुए और लक्ष्य प्राप्त किया।
लगन से की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। इसका उदाहरण हैं सौरव। सौरभ पांडे से यूपी के बनारस के रहने वाले हैं। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नौकरी ज्वाइन कर ली। कई सालों तक नौकरी करने के बाद उन्होंने अपने पुराने सपने यानी यूपीएससी में जाने का मन बनाया। सौरभ के लिए ऐसा करना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने खुद को इसके लिए तैयार किया और यूपीएससी की तैयारी में जुट गए।
कई युवा इनसे प्रेरणा ले रहे हैं। इनकी कहानी काफी प्रेरणा देती है। सन 2014 में सौरभ ने यूपीएससी में पहला प्रयास किया, जिसमें तैयारी पूरी न होने की वजह से वह सफल नहीं हो पाए। हालांकि इसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत की फिर भी लगातार चार बार असफलता मिली है। कुल 5 बार असफल होने के बाद उन्होंने उम्मीद छोड़ दी। लेकिन परिवार और दोस्तों का सपोर्ट मिला तो फिर उठ खड़े हुए और आखिरी प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 66 हासिल कर आईएएस अफसर बन गए।
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं। बिना मेहनत के इसमें कुछ हासिल नहीं होता है। यूपीएससी की परीक्षा जो देता है वह पढाई में काफी अच्छा होता है। उसकी सुबह और रात पढाई पर ही समाप्त होती है।