परीक्षा में दे रहे थे ड्यूटी, लेकिन फिर भी लगा दिया अनियमितताओं का आरोप किया सस्पेंड, अब हुए आरोपों से बरी

0
322

सरकारी स्कूल में अगर कभी कोई परीक्षा होती हैं, तो उसके लिए टीचरों की ड्यूटी लगाई जाती है। ताकि किसी प्रकार की कोई घटना घटित ना हो सके। स्कूल में चल रही परीक्षा सुचारू रूप से चल सके। जिससे छात्रों के साथ-साथ टीचरों को भी किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।

इसी वजह से परीक्षा के दौरान हर स्कूल पर टीचरों की ड्यूटी लगाई जाती है। इसी के चलते मई 2020 में भी सेक्टर 55 के एक स्कूल में परीक्षा चल रही थी। उस परीक्षा में एक टीचर की ड्यूटी लगाई गई थी और वह पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी दे रहा था।

परीक्षा में दे रहे थे ड्यूटी, लेकिन फिर भी लगा दिया अनियमितताओं का आरोप किया सस्पेंड, अब हुए आरोपों से बरी

एक और टीचर ड्यूटी दे रहा था, वहीं दूसरी ओर मिड डे मील में अनियमितताओं के चलते उस टीचर को सस्पेंड कर दिया गया। उस मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई। जिसके आधार पर उक्त टीचर को निर्दोष साबित पाया गया।

परीक्षा में दे रहे थे ड्यूटी, लेकिन फिर भी लगा दिया अनियमितताओं का आरोप किया सस्पेंड, अब हुए आरोपों से बरी

सूत्रों के अनुसार मई 2020 में मिड डे मील में अनियमितताओं के तहत टीचर ललित भारद्वाज सस्पेंड किया गया था। उस समय जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि अहलावत में एक महिला डिप्टी डीईओ के साथ मिलकर ललित को सस्पेंड किया था। जबकि उस समय ललित भारद्वाज सेक्टर 55 के स्कूल में परीक्षा ड्यूटी पर तैनात थे।

शशि अलावल के तबादले के बाद रितु चौधरी मौलिक शिक्षा अधिकारी बनकर फरीदाबाद आई। उन्होंने इस मामले की निष्पक्षता से जांच करते हुए कागजात उच्च अधिकारियों को भेजे। जिसके चलते 11 नवंबर 2020 को ललित भारद्वाज पर लगे सभी आरोप गलत साबित हुए और उसके बाद उन्होंने दोबारा से अपनी ड्यूटी जॉइन कर ली।

परीक्षा में दे रहे थे ड्यूटी, लेकिन फिर भी लगा दिया अनियमितताओं का आरोप किया सस्पेंड, अब हुए आरोपों से बरी

भारत के खिलाफ रोज 7:00 के तहत आरोप पत्र दाखिल किया हुआ था जिसे अदरक निर्देशक मौलिक शिक्षा हरियाणा के निरस्त कर दिया है पत्र के मुताबिक ललित किसी भी अवस्था में दोषी नहीं पाए गए ललित भारद्वाज पर लगे सभी आरोप निराधार पाए गए इसीलिए उन पर किसी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की जाएगी इनकी ओर से जिला शिक्षा मौलिक अधिकारी कार्यालय को पत्र भेजा गया है।