सोशल मीडिया के बारे में कहा जाता है कि यह युवाओं को उनके लक्ष्यों तक नहीं पहुंचने दे रही है। लेकिन अगर सोशल मीडिया का ठीक इस्तेमाल किया जाये तो इसके ज़रिये बहुत कुछ सीखा जा सकता है। लगातार वक्त बदल रहा है और यूपीएससी की तैयारी का तरीका भी काफी बदल गया है। पहले बंद कमरे में बैठकर यूपीएससी की तैयारी करते हुए लोगों को देखा जा सकता था, लेकिन अब ज्यादातर कैंडिडेट स्मार्ट स्टडी करना पसंद करते हैं।
यूपीएससी में सफल कैंडिडेट्स की कहानियां अक्सर आपने सुनी होंगी। सफलता की कहानियां लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। आज आपको आईएएस अफसर समीर सौरभ की यूपीएससी की जर्नी के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपनी तैयारी में सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया, जिससे आमतौर पर दूर रहने की सलाह दी जाती है। उनका तैयारी का तरीका बिलकुल अलग रहा और उन्होंने लगातार दो बार यूपीएससी की परीक्षा पास की।
कई युवा इन से प्रेरणा ले रहे हैं। इनकी कहानी लाखों लोगों के लिए प्रेरणादायक है। बिहार के पूर्णिया जिले में समीर सौरभ का जन्म हुआ था। उनकी शुरुआती पढ़ाई यहीं हुई। इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने जेईई का एग्जाम क्लियर कर लिया और उन्हें आईआईटी खड़गपुर में दाखिला मिल गया। ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी में जाने का मन बनाया। ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं।बिना मेहनत के इसमें कुछ हासिल नहीं होता है। समीर सौरभ ने बेहतर रणनीति बनाकर यूपीएससी की तैयारी की और 2017 में पहले ही प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास कर ली। हालांकि उनकी रैंक 142 रही, जिसकी वजह से उनका चयन आईपीएस सेवा के लिए हुआ। उनका मन हमेशा से आईएएस अफसर बनने का था, ऐसे में आईपीएस की ट्रेनिंग करने के दौरान भी उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी। इस बार किस्मत अच्छी रही और उन्होंने 2018 में ऑल इंडिया रैंक 32 हासिल की। उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हो गया।
यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं। समीर सौरभ का मानना है कि आप यूपीएससी में बेहतर रणनीति बनाकर कड़ी मेहनत करें और अपनी तैयारी का समय समय पर एनालिसिस करें। जहां भी आपको गलतियां लगें उन्हें सुधारें। आंसर राइटिंग की जमकर प्रैक्टिस करें।