खेती में नहीं हुई कमाई तो शुरू की नर्सरी, हर साल कर रहे 8 करोड़ बीज का प्रोडक्शन, कमाई जानकार हो जाएंगे हैरान

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    अगर पुराने काम में कमाई न हो और अगर कुछ नया करने का सोच रहे हों तो सबसे ज़रूरी होता है खुद में भरोसा रखना। खुद को सकारात्मक रखना। कृषि आपार संभावनाओं का क्षेत्र है। अगर मेहनत और लगन से काम किया जाए तो आप मोटी कमाई कर सकते हैं। इतना ही नहीं, दूसरों के लिए रोजगार भी उपलब्ध करा सकते हैं।

    नौकरी छोड़कर लोग आजकल खेती में अपना भविष्य देख रहे हैं। कई लोग खेती – बाड़ी करने को लेकर आकर्षित हो रहे हैं। बदलते दौर में किसान खेती में काफी प्रयोग कर रहे हैं, जिनका उन्हें लाभ मिल रहा है। इस वजह से वे खुद सुख और समृद्धि का जीवन जी रहे हैं और दूसरों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।

    खेती में नहीं हुई कमाई तो शुरू की नर्सरी, हर साल कर रहे 8 करोड़ बीज का प्रोडक्शन, कमाई जानकार हो जाएंगे हैरान

    किसानों को अब मुनाफा अच्छा होने लगा है। पहले मजदूरी के पैसे भी नहीं निकलते थे अब करोड़ों में सेविंग्स हो रही है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के रहने वाले हरबीर सिंह ने पढ़ाई पूरी कनरे के बाद खेती-बाड़ी का काम शुरू कर दिया। हालांकि कुछ समय बाद ही उन्हें समझ आ गया कि पारंपरिक खेती में मुनाफा नहीं है।

    खेती में नहीं हुई कमाई तो शुरू की नर्सरी, हर साल कर रहे 8 करोड़ बीज का प्रोडक्शन, कमाई जानकार हो जाएंगे हैरान

    पिछले कुछ सालों के दौरान देखने को मिला है कि पारंपरिक खेती से दूर हो कर किसान नए प्रयोग कर रहे हैं। इन प्रयोगों में उन्हें सफलता और मुनाफा दोनों मिल रहा है। खेती-किसानी के काम के दौरान ही उनका कुछ ऐसी परिस्थितियों से सामना हुआ, जिसने पारंपरिक खेती से उनका मोह भंग कर दिया और नर्सरी डालने के लिए प्रेरित किया। 2005 में थोड़ी सी जमीन से नर्सरी की शुरुआत करने वाले हरबीर सिंह आज 16 एकड़ जमीन पर नर्सरी में बीज और पौध तैयार करते हैं।

    खेती में नहीं हुई कमाई तो शुरू की नर्सरी, हर साल कर रहे 8 करोड़ बीज का प्रोडक्शन, कमाई जानकार हो जाएंगे हैरान

    जिसने भी हटकर काम किया है उसने सफलता ज़रूर प्राप्त की है। सफलता के लिए आपको खुद पर भरोसा ज़रूरी है। उनकी नर्सरी में हर साल 8 करोड़ बीज का प्रोडक्शन होता है। देश के अनेक राज्यों में इसकी सप्लाई होती है। इतना ही नहीं, यूरोप के देश इटली के किसान भी हरबीर की नर्सरी से अपने लिए बीज और पौध मंगाते हैं।