मानसून आने वाला है और इसको लेकर प्रशासन के द्वारा तैयारी भी शुरू कर दी है। जहां एक और नगर निगम के द्वारा सीवर लाइन की साफ सफाई करवाई जा रही है। वहीं दूसरी ओर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा नेशनल हाईवे पर बने फ्लाईओवर पर किसी प्रकार का कोई बरसात का पानी जमा ना हो इसको लेकर उनके द्वारा पाइप लाइन बिछाई गई है और वह पाइपलाइन फ्लाईओवर के नीचे बने बगीचे में लगे पेड़ पौधों को हरा-भरा करने में अपना सहयोग देगी।
इसी कड़ी में वन विभाग के द्वारा भी मानसून से पहले पौधारोपण करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। मॉनसून की पहली बरसात के साथ वन विभाग के द्वारा पौधारोपण का कार्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा।
वन राजिक अधिकारी प्रदीप ने बताया कि उनके द्वारा इस बार मॉनसून में करीब हजारों की संख्या में पौधारोपण किया जाएगा और इसमें कई प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे जो कि शहर को हरा-भरा रखने के साथ-साथ लोगों को स्वच्छ ऑक्सीजन भी प्रदान करेगा।
इन पौधों को लगाया जाएगा
वन राजिक अधिकारी प्रदीप ने बताया कि इस बार जो मॉनसून में पौधे लगाए जा रहे हैं उनका नाम है बढ़, पीपल, पिलखन, शीशम, नीम, अल्स्टोनिया व अमलतास पौधे लगाए जाएंगे। इनकी संख्या हजारों में होगी। इसको लेकर वन विभाग के द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है। जैसे ही मॉनसून की पहली बरसात होगी तभी उनके द्वारा पौधारोपण के कार्यक्रम को शुरू कर दिया जाएगा।
यह जगह रहेंगी मुख्य
प्रदीप ने बताया कि वैसे तो शहर में कई जगहों पर पौधारोपण किया जा रहा है। लेकिन कुछ जगह ऐसी है जहां पर सबसे ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे और यह शहर की मुख्य जगह हैं। जिनका नाम है हुड्डा मास्टर रोड, नहर पार फीडर, दिल्ली मथुरा हाईवे, जमुना तिलपत फायर रेंज व तूफानी में जो फार्म फॉरेस्ट है। वहां पर करीब 82 एकड़ में पौधारोपण किया जाएगा। यह शहर की मुख्य जगह है। लेकिन छोटी छोटी जगह भी और बहुत सारी है, जहां पर पौधारोपण किया जाएगा
पहले हटाया जाएगा कब्जा
उन्होंने बताया कि शहर में जिस जगह पर उनके द्वारा पौधारोपण किया जाना है। उन जगहों पर कई लोगों के द्वारा कब्जा किया हुआ है। जिसको लेकर पहले कब्जे को हटाया जाएगा और उसके बाद ही पौधारोपण किया जाएगा। इन जगहों में सबसे मुख्य जगह है, जमुना तिलपत फायर रेंज और भूपानी फार्म फॉरेस्ट इन दोनों जगहों पर विभिन्न कांट्रेक्टर के द्वारा कब्जा किया हुआ है।