महामारी ने लोगों की जिंदगी ही नहीं बल्कि उनकी रोजी -रोटी भी छीन ली है। अब कुछ लोगों को रोजगार तो मिल गया लेकिन कुछ लोग अभी भी रोजगार की तलाश कर रहें है। लेकिन अगर आप अपने गांव में रहकर ही रोजगार करना चाहते हो तो आपके लिए यह अच्छा मौका है। आपको बता दे कि सरकार ने एक बहुत ही अच्छी योजना निकाली है।
जिसका फायदा आप सभी लोग उठा सकते है। कोरोना काल में भी अच्छा खासा पैसा कमा सकते है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि अगर आप भी पढ़े लिखे हैं। और गांव से ही कुछ करना चाहते हैं तो सरकार के पास एक स्कीम है। जो आपकी मदद कर सकती है। सरकार की इस स्कीम के तहत आप गांव से ही अच्छी कमाई कर सकते हैं।
सरकार की यह स्कीम डिजिटल इंडिया के अंतर्गत आती है और इसके लिए आपको पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा। उसके बाद आपको एक ऑनलाइन ट्रेनिंग भी मिलेगी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा और उसके बाद आप अपने गांव या घर से ही काम शुरू कर सकते हैं। कमाई आप खुद तय कर सकते हैं, सरकार की ओर से कोई दबाव नहीं होगा। आइए जानते हैं इसके बारे में
सरकार की डिजिटल इंडिया के तहत आप अपने गांव में सामान्य सेवा केंद्र यानी कॉमन सर्विस सेंटर खोलकर अपनी कमाई कर सकते हैं। इस योजना का मकसद ग्रामीण नौजवानों को उद्यमी बनाने और डिजिटल इंडिया के फायदे को गांव-गांव तक पहुंचाना है। आइए जानते हैं प्रक्रिया के बारे में। अगर आप सामान्य सेवा केंद्र खोलने के लिए तैयार हैं और आपको कंप्यूटर चलाने आता है तो सबसे पहले register.csc.gov.in पर जाकर कॉमन सर्विस सेंटर के लिए रजिस्ट्रेशन करें।
रजिस्ट्रेशन के समय आपको 1,400 रुपये का भुगतान करना होगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान आपको उस जगह की फोटो भी अपलोड करनी होगी जहां आप सेंटर खोलना चाहते हैं। फॉर्म भरने के बाद आपको एक आईडी मिलेगी जिससे आप अपने आवेदन को ट्रैक कर सकेंगे। आवेदन स्वीकार होने के बाद आपकी ट्रेनिंग होगी। इसके बाद आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा। सर्टिफिकेट के साथ ही आपको कई सारी सेवाओं की अनुमति मिलेगी जो एक सामान्य साइबर कैफे वाले को नहीं मिलती है।
अपने केंद्र पर आप ऑनलाइन कोर्स, सीएससी बाजार, कृषि सेवाएं, ई कॉमर्स सेल, रेल टिकट, एयर और बस टिकट की बुकिंग के साथ-साथ, मोबाइल और डीटीएच रिचार्ज का काम कर सकते हैं। इसके अलावा आप पैन कार्ड बनाने से लेकर पासपोर्ट बनाने समेत कई सरकारी काम कर सकेंगे। इन कामों के बदले सरकार आपसे पैसे नहीं लेगी। किसी काम की कीमत आप अपने गांव के हिसाब से खुद तय कर सकते हैं।