72 घंटे में भुगतान नहीं किया किसानों का बकाया पैसा तो आढ़तियों को देना होगा ब्याज – जयप्रकाश दलाल

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लॉक डाउन के कारण किसानों को भी इस दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ा जिसके चलते अब हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के हित लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसान अपने आप को असुरक्षित महसूस ना करें।

इसी के चलते हरियाणा के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल द्वारा कहा गया है कि गेहूं व सरसों की खरीद का लगभग 90% पैसा ही किसानों के खातों में पहुंचाया जा सका है और अभी भी 10% किसानों का पैसा आढ़तियों के पास पेंडिंग है जिस कारण किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

72 घंटे में भुगतान नहीं किया किसानों का बकाया पैसा तो आढ़तियों को देना होगा ब्याज - जयप्रकाश दलाल

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों का जो 10% पैसा आढ़तियों के पास बाकी है यदि आढ़ती उस पैसे को 72 घंटे में किसानों के खातों में नहीं भेजेंगे तो आढ़तियों को किसानों के उस पैसा का ब्याज के साथ वापिस भुगतान करना होगा।

कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष हरियाणा में 76 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई  है तथा स्वा 8 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीदी विभिन्न सरकारी एजेंसियों के माध्यम से किसानों से की गई।

72 घंटे में भुगतान नहीं किया किसानों का बकाया पैसा तो आढ़तियों को देना होगा ब्याज - जयप्रकाश दलाल

खरीदी के बाद किसानों को उनकी फसल का 90% पैसा अब तक उनके खातों में पहुंचाया जा चुका है। लेकिन किसानों की बिक्री का 10% पैसा आढ़तियों के पास किन्हीं कारणों से अभी भी अटका हुआ है।

इसलिए आढ़तियों को 72 घंटों का समय दिया जा रहा है जिसमें वे किसानों का पैसा लौटा दे अन्यथा किसान अपने उस पैसे पर आढ़तियों से ब्याज लेने का हकदार होगा।

अतिरिक्त जानकारी देते हुए कृषि मंत्री ने बताया कि गेहूं की बंपर फसल के रखरखाव के लिए भी विभाग उच्च स्तर पर कार्य कर रहा है। जिसके तहत भिवानी अनाज मंडी के सामने कृषि विभाग की 10 एकड़ जमीन पर 20 हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए प्रस्ताव पहले ही पास किया जा चुका है।

72 घंटे में भुगतान नहीं किया किसानों का बकाया पैसा तो आढ़तियों को देना होगा ब्याज - जयप्रकाश दलाल

कृषि मंत्री ने बताया कि दक्षिण हरियाणा के रेगिस्तानी क्षेत्र में विभिन्न नेहरो की टेल स्थापित है या कहे नहर का अंतिम छोर स्थापित है। जिस कारण इन क्षेत्रों में पानी की काफी दिक्कत आती है।

इस समस्या से निपटने के लिए कृषि विभाग टेल वाले क्षेत्रों में सिंचाई विभाग के साथ मिलकर एक्साइन का अलग से पद बनाए जाने की योजना पर कार्य कर रही है। जिसकी जिम्मेदारी खेती में पानी पहुंचाने के लिए लगाई जाएगी। इस योजना के पूर्ण होने से क्षेत्र के किसानों को लगाई लाभ होगा।