जब से केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित के नाम पर कृषि कानून पारित किया है तब से किसानों ने सरकार की नाक में दम कर रखा है कभी विरोध प्रदर्शन तो कभी भारत बंद जैसे प्रदर्शन कर किसान सरकार को कृषि कानून वापस लेने के लिए बाधित कर रही है। इन सब का नकारात्मक प्रभाव सबसे ज्यादा बीजेपी पार्टी और उससे भी ज्यादा हरियाणा के वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ऊपर पड़ गए क्योंकि काफी लंबे समय से किसान खट्टर को निशाने पर लेने पर तुले हुए हैं।
मगर अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला भी इसी कड़ी में जुड़ गए है। दरअसल, आज पानीपत में चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर जींद में होने वाले कार्यक्रम का निमंत्रण देने पहुंचे थे। जहां इनेलो कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया। इतना ही नहीं ओम प्रकाश चौटाला ने भी मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए उनकी तुलना आवारा पशु से कर डाली।
उन्होंने कहा कि वह तो कुछ भी बयान दे देते हैं जिस पर मैं कोई भी कटाक्ष करना नहीं चाहता हूं, लेकिन बावजूद खट्टर किसे कहते हैं यह भी मुझे आपको बताना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारे यहां खट्टर आवारा पशु को कहा जाता है।
ओपी चौटाला का विवादित बयान यहीं नहीं थमा। आगे भी उन्होंने सीधे तौर पर तो नहीं, लेकिन इशारों ही इशारों में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति विशेष के बारे में बातचीत नहीं करना चाहते. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि प्रदेश की सरकार लुटेरों की सरकार है. उसमें दुष्यंत चौटाला भी शामिल है।
वहीं मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत को लेकर चौटाला ने कहा कि प्रजातांत्रिक प्रणाली में सरकार को जनता की आवाज और मांगें माननी पड़ती है। अगर वह ऐसा नहीं करती है तो संगठन में प्रदर्शनों के बलबूते जनता सरकार को झुका भी सकती है और उसका पतन भी कर सकती है। भले ही पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से बाज नहीं आ रहे। मगर इसमें किसानों का कहीं भी
भला होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है।