मध्यप्रदेश के गुना मे किसानों से पुलिस ने की बर्बरता, दंपत्ति ने पिया जहर

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मध्यप्रदेश के गुना जिले में दलित परिवार से पुलिस की बर्बरता का मामला गर्मा गया है। परिवार से मारपीट की घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त एक्शन लेते हुए कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी तरुण नायक को हटा दिया गया है। साथ ही जांच के आदेश दिए गए हैं। इस बीच विपक्ष की ओर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमला करना जारी है।

मध्यप्रदेश के गुना जिले में पुलिस की बर्बरता ने एक किसान दंपति को कीटनाशक पीने पर मजबूर कर दिया। जहां मंगलवार को राजस्व विभाग और पुलिस की टीम जमीन से अवैध कब्जा हटाने गई थी। इस जमीन को किसान राजकुमार ने बटाई पर ले रखा है।

गुना

यह जमीन एक कॉलेज के लिए आवंटित है और पुलिस पहले भी एक बार इसे अवैध कब्जे से मुक्त करा चुकी है। जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंची पुलिस से किसान ने फसल कट जाने तक रुकने के लिए कहा। लेकिन पुलिस नहीं मानी और इसी के चलते उन्होंने खेत में ही कीटनाशक पी लिया।

पुलिस का कहना है कि वह दोनों को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाने लगे तो किसान के भाई ने एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का दे दिया। इसके बाद पुलिस ने पहले तो किसान को पीट-पीट कर बेसुध कर दिया। उसे बचाने आई पत्नी और बच्चों को भी नहीं छोड़ा। महिला के कपड़े तक फाड़ डाले। पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर निशाना साधा।

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बुधवार रात सीएम ने गुना के एसपी और कलेक्टर को हटाने के आदेश दिए जबकि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उच्चस्तरीय जांच का ऐलान कर दिया।गुना में पुलिस दलित परिवार से मारपीट के मामले में विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एक ओर कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि बीजेपी के आने के बाद प्रदेश में जंगलराज आ गया है। वहीं दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश में दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं और सरकार तमाशा देख रही है।

गुना की घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री श्री शिव राज चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार लगातार विरोधियों के निशाने पर है। सबसे पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने वीडियो शेयर कर प्रदेश में जंगलराज होने का आरोप लगाया।

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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर मामले पर आक्रोश जताया।वहीं प्रदेश की सत्ताधारी शिवराज सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर एस विश्वनाथन और एसपी तरुण नायक को हटा दिया है। इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ट्वीट के जरिये घटना पर दुख जताते हुए कहा कि इसकी त्वरित जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संवेदना जाहिर करते हुए ट्वीट किया कि उन्होने इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Written by – Abhishek