सरकार महिलाओं के लिए काफी कदम उठा रही है। हमारे देश की आधी आबादी को नए साल का गिफ्ट मिल गया है। आपने भी अभी तक अपना अकाउंट चैक नहीं किया है तो तत्काल चैक करें। मोदी सरकार ने सेल्फ हेल्प ग्रुप में करीब 1000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं। सखी योजना के तहत जो महिलाएं रजिस्टर्ड हैं। उनके खाते में पहली सैलरी भेज दी गई है।
महिलाओं का कहना है कि सरकार के इस कदम से उनको काफी लाभ हो रहा है। आपको बता दें कि करीब 20000 बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी के खाते में 4000 रुपए ट्रांसफर किए हैं। सखी योजना से जुड़ी महिलाओं को सैलरी के साथ काम करने पर कमीशन भी मिलेगा। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरु की गई है।
महिलाओं को किसी समस्या का सामना न करना पड़े इसलिए यह कदम उठाया गया है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत सरकार ने बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी योजना शुरु की थी। महिलाओं को कुछ मानदेय के रूप में धनराशि सरकार की ओर से मिलेगी। साथ ही कुछ पैसा इन महिलाओं को काम के हिसाब से कमीशन के रूप में दिया जाएगा। करीब 20000 बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेन्ट सखी के खाते में 4000 रुपए ट्रांसफर किए गए हैं।
गरीब महिलाओं का कहना है कि नया साल उनका अब अच्छे से बीतेगा। महिलाओं को काम करने के लिए ट्रेनिंग अटेंड करने के लिए भी कहा गया है। इस योजना में उत्तर प्रदेश की महिलाएं हिस्सा ले सकती हैं। इस योजना से 58000 महिलाओं को रोजगार मिलेगा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ योजना का मकसद है गांव-गांव तक बैकिंग सुविधा को पहुंचाना भी है।
सरकार का लक्ष्य है कि वह अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचे। इस योजना से जुड़ने के लिए महिला का दसवीं पास होना जरुरी है। महिला के पास आधार कार्ड, बैंक खाता व योजना का प्रमाणपत्र होना अनिवार्य है।